तुझी से मेरी साँसों का सफ़र
तुझी से मेरे इश्क़ का असर
मैं कब का हूँ मर-मिटा तुम पर
मैं तुझको खुद से जोड़ूँगा
क्या होगा जो तू खो गया अगर
मैं तुझको खुद से जोड़ूँगा
खिड़कियों पे मैं तुम्हारी
हो खिड़कियों पे मैं तुम्हारी
तुम्हीं से मेरा ये मकान है घर
आना है तुम्हे एक दिन चलकर
मैं कब का हूँ मार मिटा तुमपर
मैं तुझको खुद से जोड़ूँगा
मैं तुझको खुद से जोड़ूँगा