ज़ुल्मी बड़ा दुःखदायक है तू
इस प्यार की तुझको क्या कदर
इस प्यार के कहा लायक है तू
ज़ुल्मी बड़ा दुःखदायक हूँ मैं
है प्यार क्या मुझको क्या खबर
बस यार नफ़रत के लायक हूँ मैं
तेरी तबियत तो रंगीन है पर
कुछ भी नहीं याद इसके सिवा
जो चीज़ मांगी नहीं वो मिली
करता मैं क्या और बस छीन ली
मुझको शरीफ़ों से लगता था डर
सबको पता था मैं कमज़ोर हूँ
ज़ुल्मी बड़ा दुःखदायक हूँ मैं
है प्यार क्या मुझको क्या खबर
बस यार नफ़रत के लायक हूँ मैं
तू अफ़सोस फिर भी अकेला है तू
मेरी कैसे बदलती जवानी मेरी
एक बूँद पानी मेरी प्यास है
देखा था माँ ने कभी प्यार से
मैं वो लुटेरा हूँ जो लुट गया मान का
मैं ज़ुल्मी बड़ा दुःखदायक हूँ मैं
है प्यार क्या मुझको क्या खबर
बस यार नफ़रत के लायक हूँ मैं