तुम्हें पा कर ज़माने भर से रिश्ता तोड़ देंगे हम
बिना तेरे कोई दिलकश नज़ारा हम ना देखेंगे
बिना तेरे कोई दिलकश नज़ारा हम ना देखेंगे
तुम्हें ना हो पसंद उसको दोबारा हम ना देखेंगे
तेरे दिल में रहेंगे तुझको अपना घर बना लेंगे
तेरे दिल में रहेंगे तुझको अपना घर बना लेंगे
तेरे ख़्वाबों को गहनों की तरह खुद पर सजा लेंगे
तकदीर का रूख मोड़ देंगे हम
तुम्हें हम अपने जिस्म ओ जान में कुछ ऐसे बसा लेंगे
तुम्हें हम अपने जिस्म ओ जान में कुछ ऐसे बसा लेंगे
तेरी खुशबू अपने जिस्म की खुशबू बना लेंगे
खुदा से भी ना जो टूटे आ आ आ
तुम्हें पा कर ज़माने भर से रिश्ता तोड़ देंगे हम